कच्छ-झील-किनारे-प्रेम-आ-बिछोह-कथा

Kachchh, Gujarat

Feb 25, 2023

कच्छ: झील किनारे प्रेम आ बिछोह कथा

भुज में कच्छ के एह लोकगीत में प्यार बा, इंतजार बा, विरह बा. पारी में कच्छी लोकगीतन के कड़ी में ई दोसर लोकगीत पेश बा

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Author

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पंड्या पारी में सीनियर एडिटर बानी, जहंवा ऊ पारी के रचनात्मक लेखन विभाग के अगुआई करेनी. उहां के पारीभाषा टीम के हिस्सो बानी आ गुजराती स्टोरी के संपादन आउर अनुवाद करेनी. उहां के लिखल कविता गुजराती आउर अंगरेजी में छपत रहेला.

Illustration

Rahul Ramanathan

राहुल रामानाथन, कनार्टक के बेंगलुरू से 17 बरिस के छात्र बाड़न. उनकरा ड्राइंग, पेंटिंग आउर चेस खेलल अच्छा लागेला.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.